"कैसे चुनें अपनी संगति: जीवन को नई दिशा देने वाली सोच"
हम जिस वातावरण में रहते हैं, जिन लोगों के साथ समय बिताते हैं, वही हमारी सोच, आचरण और जीवन की दिशा तय करते हैं। जीवन की दिशा सही हो, इसके लिए जरूरी है कि हम सजगता से अपने आसपास के लोगों का चयन करें।
हर इंसान की सोच, रहन-सहन, बातचीत का तरीका, दृष्टिकोण और जीवन के प्रति समझ अलग होती है। कुछ लोग प्रेरणादायक होते हैं—वे अपने विचारों, व्यवहार और सकारात्मक ऊर्जा से हमारे जीवन में रोशनी भर देते हैं। वहीं कुछ लोग होते हैं जो निराशा, नकारात्मकता, गंदगी और घटिया सोच से भरे होते हैं।
ऐसे लोगों की संगति में रहकर हम भी अनजाने में वही बनते चले जाते हैं। उनकी झूठी बातें, कुंठित सोच, काना-फूसी, शिकायतें और दूसरों को नीचा दिखाने की आदत हमारे अंदर भी घर कर जाती है। इसलिए जीवन में आगे बढ़ना है, तो यह समझना जरूरी है कि हर मुस्कुराता चेहरा संगत के योग्य नहीं होता।
क्या करें?
1. सकारात्मक सोच रखने वालों के साथ रहें – जो आपको प्रेरित करें, आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करें।
2. संवेदनशीलता और विनम्रता को प्राथमिकता दें – जिनका व्यवहार दूसरों के प्रति सम्मानजनक हो।
3. सीखने और सिखाने वाले माहौल को अपनाएं – जो ज्ञान बांटते हैं, खुद भी सीखते हैं और दूसरों को भी आगे बढ़ाते हैं।
4. साफ-सुथरा आचरण जरूरी है – व्यवहार ही नहीं, विचार और परिवेश भी स्वच्छ होना चाहिए।
याद रखें, जैसे एक गंदे तालाब में स्वच्छ जल नहीं टिक सकता, वैसे ही गलत संगति में अच्छा जीवन नहीं टिक सकता।
इसलिए, सजग रहें, सोचें, समझें और बदलें—ताकि आपका जीवन भी दूसरों के लिए प्रेरणा बन सके।
डॉ. मनीष वैद्य
सचिव
वृद्ध सेवा आश्रम, रांची